Headlines
तंत्र-मंत्र के लिए लड़की को अकेले में ले गया तांत्रिक और किया दुष्‍कर्म…हजारों की नकदी हड़पी
कैंची धाम में आस्था का महासैलाब: स्थापना दिवस पर लाखों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
“योग से विश्व मंच की ओर बढ़ता उत्तराखंड”
श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति कर्मचारी संघ ने केदारनाथ हैलीकॉप्टर दुर्घटना एवं अहमदाबाद विमान दुर्घटना के दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी।
देहरादून और मसूरी में मियावाकी पौधरोपण योजना पर उठे सवाल, वन मुख्यालय ने शुरू की जांच
सीएम की प्रेरणा से आखिर डीएम जिले में ले ही आए आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन, आपदा परिचालन केन्द्र में किया परीक्षण
सीएम धामी ने हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
पेट में गैस क्यों बनती है? आइये जानते हैं इसके कारण और असरदार समाधान
IMA से 419 कैडेट्स हुए भारतीय सेना में शामिल

भगवान के भोग (प्रसाद) को पवित्रता के साथ बनाया जाए- महाराज

कहा मिलावटी वस्तुएं रसोई तक नहीं पहुंचनी चाहिएं

देहरादून। आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डू के प्रसाद में मिलावट दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सरासर हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ है। उत्तराखंड में जहां-जहां भी भगवान का भोग बनता है हमने उसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

उक्त जानकारी देते हुए प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के लड्डू के प्रसाद में मिलावट दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सरासर हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जहां-जहां भी भगवान का भोग बनता है वह बड़ी पवित्रता के साथ बनता है, लेकिन आंध्र प्रदेश की घटना के बाद हमने सचिव धर्मस्व को निर्देश देते हुए कहा है कि प्रदेश में जहां-जहां भी भगवान का भोग बनता है वह शुद्धता व पवित्रता से बने और उसमें किसी भी प्रकार की मिलावटी वस्तु रसोई तक न पहुंचने पाये।

उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर के प्रसाद की पवित्रता और शुद्धता का बड़ा प्रचार प्रसार है इस प्रकार हमारे यहां भी विभिन्न पौराणिक मंदिरों के प्रसाद का अपना एक धार्मिक महत्व है। इसलिए उसकी पवित्रता और शुद्धता बनाएं रखना भी बेहद जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भगवान के प्रसाद और भोग को बनाने में पवित्रता और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top