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नोएडा के महाकौथिग मेले में पहाड़ी कवियों ने बांधा समां

नोएडा। नोएडा सेक्टर 21A स्थित स्टेडियम में आयोजित 14वें महाकौथिग मेले ने स्टेडियम परिसर को मिनी उत्तराखंड के रूप में तब्दील कर दिया है। इस मेले में दिल्ली-एनसीआर में रह रहे उत्तराखंड के प्रवासी आम-ओ-खास लोग बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। इस मेले में विभिन्न हिस्सों से पहुंचे पहाड़ी समुदाय के लोगों ने अपनी कला, संस्कृति और साहित्यिक विरासत का प्रदर्शन किया। इसी कड़ी में इस मेले के मंच पर हर साल की तरह इस बार भी काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें रमेश घिन्दियाल, रघुवर दत्त शर्मा, बृज मोहन बेदवाल, पृथ्वी सिंह केदारखंडी, जगत कुमौनी, किरण पंत, रमेश हितैषी, कुंज बिहारी मुंडेनी, राजेन्द्र सिंह भंडारी, डॉ बिहारी लाल जालंधरी, दिनेश ध्यानी और भगवती जुयाल गंदेशी जैसी पहाड़ की नामी गिरामी साहित्यिक हस्तियों ने शानदार प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया।

21 से 25 दिसम्बर तक चलने वाला ये वार्षिक महाकौथिग मेला न केवल पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि प्रवासी उत्तराखंडियों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने का मौका भी प्रदान कर रहा है। मेले में पारंपरिक खान-पान, वेशभूषा, लोक कला और गीत-संगीत की भी खास प्रस्तुति है। ये आयोजन पहाड़ी संस्कृति और रीति-रिवाजों को जीवंत रखने के साथ ही नई पीढ़ी को अपनी विरासत से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है। मंगलवार को इस मेले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे धे।

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